तुमसे मिलकर ये एहसास होता है..
जैसे खुदा मेरे पास होता है।
तेरे ही नगमे गाता हूँ
तेरी ही यादों में खो जाता हूँ
जब कभी मेरा दिल.......उदास होता है।
तुमसे मिलकर ये एहसास होता है..
जैसे खुदा मेरे पास होता है।
यूँ तो मिलता हूँ मै अक्सर..
फूलों से..नजारों से..
कभी खामोश,कभी कुछ कहते
चाँद और सितारों से...
पर तेरा ही जलवा है....
जो हर बार...कुछ ख़ास होता है।
तुमसे मिलकर ये एहसास होता है..
जैसे खुदा मेरे पास होता है।
-‘जान’
१७ अगस्त २००२
‘पुरानी
डायरी के झरोखे से’
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